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Painting by Sadhguru for COVID-19 charity fund fetches Rs 4.14 crore: 4.14 करोड़ में बिकी सद्गुरु की पेंटिंग, दान किए सारे पैसे


4.14 करोड़ में बिकी सद्गुरु की पेंटिंग, दान किए सारे पैसे - Painting by Sadhguru for COVID-19 charity fund fetches Rs 4.14 crore


वैसे तो सद्गुरु जग्गी वासुदेव को दुनिया योग गुरु और मोटिवेशनल स्पीकर के तौर पर जानती है, लेकिन सद्गुरु एक अच्छे चित्रकार भी हैं। हाल ही में उनकी एक पेंटिग 4.14 करोड़ की बिकी। इस नीलामी में मिले सारे पैसे को कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ने लिए बनाए गए “बीट द वायरस फंड” में दिए गए हैं।
बीट द वायरस फंड कोयंबटूर के थोंड़ामुथूर ब्लॉक के गांवों में कोरोना वायरस के प्रवेश को रोकने के लिए बनाया गया है। पेंटिंग का नाम है ‘टू लिव टोटली!’। ये 5 फीट लंबे-चौड़े कैनवास पर उकेरी गई है, जिसमें पृथ्वी पर जीवन को उकेरा गया है।
कुछ दिन पहले एक सत्संग में सद्गुरु ने घोषणा की थी कि जो भी बीट द वायरस फंड के लिए सबसे अधिक धनराशि दान करेगा, उसे यह पेंटिंग मिलेगी। पेंटिंग की छोटे साइज़ की प्रतियां भी खरीदने वालों के लिए उपलब्ध होंगी। बीट द वायरस ईशा फाउंडेशन का एक अभियान है, जो जो महामारी को थोंडामुथूर ब्लॉक के गांवों में प्रवेश करने से रोकने के लिए है।
इस फण्ड के अलावा रोजाना ईशा फाउंडेशन के वालंटियर्स ताजा बना भोजन गांवों में बांटते हैं और साथ ही प्रतिरोध क्षमता बढ़ाने वाला एक निलवेंबु कशायम पेय भी देता है। रोजाना के पोषण के अलावा वालंटियर्स जागरूकता बढ़ाने, आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति और अग्रिम कर्मियों और प्रथम उत्तरदाता को सुरक्षात्मक उपकरण प्रदान करने में प्रशासन की सहायता कर रहे हैं।
ईशा फाउंडेशन की महामारी राहत गतिविधियां समाज में भुखमरी रोकने की ओर केंद्रित हैं। महामारी ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को काफी प्रभावित किया है और गांवों में लाखों लोगों की आजीविका चली गई है। अधिकतर ग्रामीण आबादी रोजाना की कमाई पर निर्भर है, और महामारी को रोकने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन से वे सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं।


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